Thursday 10 March 2016

गीर गाय

भारत में सनातन काल से पायी जाने वाली "गीर" गाय जो 65 लीटर दूध देने का रिकार्ड बना चुकी है, जो देशी नस्ल की टिकाऊ और बीमार न होने वाली गाय है । उसी को यदि ब्रीडिंग किया गया होता तो आज भारत में हर तरफ दुधारू गायों का तांता लग गयाहोता । गीर गाय शारीर से भारी होने के साथ साथ हर मामले में भैंस को मात देती है । यह भैंस से कम खाती है लेकिन दूध भैंस से ज्यादा और गाढा होता है । भैंस बदबू मारती है लेकिन गाय से जगह शुद्ध होती है । गीर गाय देशी होने के कारण इसका दूध दवा है । यह गाय गोबर और गो-मूत्र भरपूर मात्रा में देती है । शुद्ध गीर गाय भारत में सिर्फ 5000 की संख्या में ही बची है ।
एक साजिश के तहत विदेशियों ने भारत में जर्सी गाय (एक प्रकार का सूअर) देकर भारत की निरोगित देशी गायो को कटवाकर सब मांस यूरोप में सप्लाई करवा लिया और यह अभी तक जारी है । गीर गायों का व्यापक ब्रीडिंग होने से लोग भैंस पालना कम कर देंगे । गीर गाएं भरी मात्रा में विदेशों को बेचीं गयी, खासकर ब्राजील में । इस पर रोक लगाकर भारत के हर गाँव में गीर गाय की नस्ल पहुचाई जाये और यह काम सरकार ही कर सकती है ।

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1 comment:

  1. यह भारत देश की सबसे प्रसिद्ध गाय मानी जाती है. यह गीर गाय गुजरात राज्य के गीर वन क्षेत्र तथा महाराष्ट्र और राजस्थान के आस पास के जिलों में पाई जाती है. यह गाय अच्छी दूध उत्पादकता के लिए प्रसिद्ध है. इन गायों के थन अच्छी तरह विकसित होते हैं. यह गाय प्रतिदिन 12 लीटर से अधिक दूध देती है इसके दूध में 4.5 फीसदी वसा की मात्रा होती है. इस गाय के एक स्तनपान में औसत दूध उत्पादन 1590 किलो ग्राम होता है.

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